मामा ही निकला हत्यारा छिंदवाड़ा

आलोचना एक्सप्रेस 


थाना मोहगांव जिला छिन्दवाडा (म. रोहित हजारे अंधाकत्ल हत्याकांड में मौसेरा मामा निकला हत्यारा घटना का विवरण- दिनांक-22.12.19 को जरिये 100 डायल की सूचना पर सूचना प्राप्त हुई, कि ग्राम मर्राम थाना मोहगांव रोड पर एक अज्ञात बालक मृत अवस्था में पड़ा है, कि सूचना पर मौके पर पहुंच मृतक का शव पंचनामा कार्यवाही कर मर्ग कायम कर जांच में लिया गया । अज्ञात मृतक बालक की पहचान रोहित पिता सुधीर हजारे उम्र 17 साल निवासी तिंगाव थाना पांढुरना जिला छिन्दवाडा (म.प्र.) के रूप में हुई । मृतक का पी.एम. शासकीय अस्पताल सौंसर कराया गया । मर्ग जांच पर मृतक रोहित हजारे की किसी अज्ञात व्यक्तियो के द्वारा किसी रस्सी या वस्तु से गला घोटकर हत्या करना पाया गया तथा मृतक के शव को मर्राम बोरपानी के जंगल साक्ष्य छुपाने के उद्देश्य से जंगल में मेन रोड़ के किनारे फेक दिया । उक्त कृत्य धारा 302,201 भादवि का होने से अपराध पंजीबदद्ध कर विवेचना में लिया गया। तरीका वारदात- अपराध में गिरफ्तार आरोपियो द्वारा पूछताछ पर बताया कि आरोपी सतीश डोंगरदिये ने रोहित हजारे को मारने के _लिये आरोपी पवन परिहार को पांच लाख रूपये की सुपारी देकर अपना वाहन स्वीफ्ट कार MH-49-B-6681 हत्या को अंजाम देने के लिये दिया था । जो आरोपी पवन परिहार ने अपने एक साथी जगदीश धुर्वे को साथ लेकर दिनांक 21.12.19 को सुबह 11.30 बजे । रोहित हजारे की पवन परिहार से जान पहचान होने से तिगांव से रोहित हजारे को घूमने जाने का कहकर कार से साथ ले गये जो मोही डेम जामसांवली होते हुये छिंदवाड़ा में शराब लिये फिर तीनो पवन परिहार, जगदीश धुर्वे एवं रोहित हजारे कार मे बैठकर सिल्लेवानी घाटी आकर कार किनारे खड़ी कर रोहित व पवन ने शराब पिये फिर तीनो कार मे बैठकर छिंदवाड़ा जाकर खाना चिकन खाये फिर वहां से सौसर जामसावली होते हुये पांडुर्णा पहुचे उस समय करीबन 09.00 बजे रात्री की बात होगी कि डायटेक कंपनी के पास हाईवे मेन रोड़ चलती कार में पवन परिहार गाड़ी चला रहा था एवं उसके बाजू मे रोहित हजारे बैठा था एवं कार के पीछे सीट पर जगदीश धुर्वे बैठा था । जो पवन परिहार के इसारा करने पर जगदीश धुर्वे ने पीछे से रस्सी से रोहित हजारे के गले मे रस्सी लपेटकर आड़ी मारकर सीट मे बांध दिया एवं पवन ने रोहित को एक हाथ से दबाकर रखा कुछ ही देर मे रोहित खतम हो गया फिर रोहित हजारे के शव को कार से सौंसर होते हुये आरोपी जगदीश धुर्वे की देखा हुआ रास्ता एवं जंगल मर्राम बोरपानी के जंगल मे मेन रोड के किनारे मृतक के शव को फेंक कर दोनो पवन एवं जगदीश कार से अंबाड़ा होते हुये जगदीश के गांव सोमगढ़ चले गये जहां पर घटना में प्रयुक्त रस्सी को जगदीश पवन ने बाड़ी में जला दिये। घटना करने का उद्देश्य- आरोपी सतीश डोंगरदिये निवासी मुलताई का ग्राम तिंगाव की मौसी की लड़की के घर आना जाना था उसके घर आने जाने को लेकर उसके लड़के मृतक रोहित हजारे को सतीश डोंगरदिये पर शंका करता था कि सतीश माँ के साथ प्रेम प्रसंग की बात अपने मामाओ तथा सतीश के घर पत्नि को बताकर बदनाम कर दंगा सतीश के समझाने पर नही माना इसके परेशान करने से तंग आकर रोहित हजारे मारने का विगत दो माह पूर्व से प्लान बनाकर आरोपी पवन परिहार को पांच लाख रूपये की सूपारी देकर मृतक रोहित से मुलताई बुलाकर जान पहचान कराकर विश्वास में लेकर घूमने फिरने लगे। इस प्रकार सतीश डोगरदिये के घर षड़यंत्र पूर्वक प्लान बनाकर घटना को अंजाम दिये।



 


पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही मामले की गंभीरता को देखते हये तत्काल आरोपियो की धरपकड़ हेतु श्री मनोज कुमार राय पुलिस अधीक्षक छिंदवाड़ा एवं श्री शशांक गर्ग अति.पुलिस अधीक्षक छिंदवाड़ा, श्री राकेश कुमार पन्द्रो अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) पांढर्णा के मार्ग दर्शन पर थाना प्रभारी मोहगांव श्री गोपाल घासले के नेतृत्व में मोहगांव पुलिस टीम के द्वारा मृतक के मोबाइल फोन का टावर लोकेशन व काल डिटेल से अज्ञात आरोपियो का पतारसी कर संदिग्ध पवन परिहार पिता रमेश परिहार निवासी कामथ संदिग्ध होने से पवन परिहार की तलाश की गई । पवन परिहार को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर उपरोक्त घटना खुलासा हुआ। गिरफ्तार आरोपी - 01.सतीश पिता लखन डोंगरदिये उम्र 31 साल निवासी पानी टंकी के पास मुलताई जिला बैतुल - 02.पवन पिता रमेश परिहार उम्र 25 साल निवासी ग्राम कामथ थाना मुलताई जिला बैतुल 03.जगदीश पिता भिखारी धुर्वे उम्र 37 साल निवासी ग्राम सोमगढ़ थाना मुलताई जिला बैतुल जप्त सामग्री- (01) एक स्वीफ्ट कार नं.MH-49-B-6681 (02) तीनो आरोपी का मोबाईल-04 (03) सुपारी की रकम एक लाख पैंतिस हजार (1,35,000/-रू.) (04)फांसी लगाने की रस्सी की जली हुई राख महत्वपूर्ण भूमिका-आरोपी तलाश पतारसी में श्री राकेश कुमार पन्द्रो अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) पांढुर्णा, निरीक्षक श्री गोपाल ___ घासले, सहायक उपनिरीक्षक सुरेश राय, प्र.आर.372 हरिशंकर वटेक, आर.126 नाथुराम कंगाली, आर.364 अशोक हरसूले, आर.72 सुरेन्द्र काले, आर.254 नंदकिशोर, आर.715 महेश सरेयाम, आर.679 श्यामलाल आर.844 विनोदी युवने, चालक आर.116 विकास ,म.आर.921 मेमवती साईबर सेल छिंदवाड़ा के आदित्य रघुवंशी, अखलेश हिंगवे, नितिन सिंह, आर.437 रोहित कुशवाह थाना मुलताई जिला बैतूल की महत्वपूर्ण भूमिका रही


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